ये कॉम्पोनेंट Electrical Signal को भौतिक रूप में (जैसे रोशनी, आवाज, गति) बदलते हैं।
कॉम्पोनेंट का नाम
काम
DC मोटर (DC Motor)
Electrical Energy को Mechanical Rotation (घूमने वाली गति) में बदलना।
सर्वो मोटर (Servo Motor)
सटीक कोण (Angle) तक घूमना (रोबोटिक आर्म, RC कार में use)।
स्टेपर मोटर (Stepper Motor)
सटीक Steps में घूमना (3D प्रिंटर, CNC मशीन में use)।
बजर (Buzzer)
Electrical Signal को आवाज (Sound) में बदलना।
रिले (Relay)
एक छोटे Signal के द्वारा बड़े High-Voltage/Current के सर्किट को ON/OFF करने का इलेक्ट्रॉनिक स्विच।
स्पीकर (Speaker)
Electrical Signal को तेज आवाज में बदलना।
6. डिस्प्ले डिवाइस (Display Devices)
कॉम्पोनेंट का नाम
काम
7-Segment Display
नंबर (Digits) दिखाना।
LCD (Liquid Crystal Display)
टेक्स्ट (Text) और कस्टम करैक्टर दिखाना।
OLED Display
High-Contrast इमेज, टेक्स्ट और ग्राफिक्स दिखाना।
7. कनेक्टिविटी और अन्य कॉम्पोनेंट्स (Connectivity & Other Components)
कॉम्पोनेंट का नाम
काम
ब्रेडबोर्ड (Breadboard)
बिना सोल्डरिंग के प्रोटोटाइप सर्किट बनाने के लिए।
PCB (Printed Circuit Board)
परमानेंट सर्किट बनाने के लिए।
जम्पर वायर (Jumper Wires)
ब्रेडबोर्ड पर कॉम्पोनेंट्स को जोड़ने के लिए तार।
बैटरी (Battery)
सर्किट को Portable Power देना।
ट्रांसफार्मर (Transformer)
AC वोल्टेज को कम या ज्यादा करना।
फ्यूज (Fuse)
सर्किट को ज्यादा करंट से बचाना (Overcurrent Protection)।
यह लिस्ट इलेक्ट्रॉनिक्स के 95% से ज्यादा कॉम्पोनेंट्स को कवर करती है। हर कॉम्पोनेंट को अच्छे से समझने के लिए उसके साथ प्रैक्टिस करना जरूरी है।
बिल्कुल! ऊपर बताई गई लिस्ट काफी व्यापक है, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक्स का दायरा बहुत बड़ा है। यहाँ कुछ और महत्वपूर्ण कॉम्पोनेंट्स और उनके काम हैं जो पहली लिस्ट में शामिल नहीं थे:
8. एडवांस्ड सेमीकंडक्टर और पावर कॉम्पोनेंट्स (Advanced Semiconductors & Power Components)
कॉम्पोनेंट का नाम
काम
थाइरिस्टर (SCR – Silicon Controlled Rectifier)
एक प्रकार का कंट्रोल किया जा सकने वाला डायोड। मुख्य रूप से AC पावर कंट्रोल (जैसे फैन की स्पीड, लाइट की तीव्रता) के लिए उपयोग किया जाता है।
TRIAC (TRIode for AC)
AC करंट को दोनों दिशाओं में कंट्रोल करने के लिए। यह मूल रूप से दो SCR को समानांतर में जोड़ने जैसा है।
MOSFET (Metal-Oxide-Semiconductor FET)
ट्रांजिस्टर का एक अत्यंत efficient प्रकार। हाई स्पीड स्विचिंग और पावर कंट्रोल के लिए उपयोग किया जाता है (जैसे SMPS, मोटर कंट्रोल)।
रेक्टिफायर ब्रिज (Bridge Rectifier)
चार डायोडों का एक समूह जो AC (Alternating Current) को Full-Wave DC (Direct Current) में बदलने का सबसे efficient तरीका है।
वेरिएक्टर डायोड (Varactor Diode)
एक ऐसा डायोड जो अपनी Capacitance वोल्टेज के साथ बदलता है। इसका उपयोग Voltage-Controlled Oscillators (VCO) में, जैसे रेडियो ट्यूनिंग में, होता है।
ऑप्टोकपलर (Optocoupler/Opto-isolator)
एक ऐसा कॉम्पोनेंट जो Light के जरिए दो सर्किट्स को जोड़ता है, लेकिन Electrically उन्हें अलग (Isolate) रखता है। हाई वोल्टेज से लो वोल्टेज वाले सर्किट को बचाने के लिए use होता है।
9. रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) और कम्युनिकेशन कॉम्पोनेंट्स
कॉम्पोनेंट का नाम
काम
एंटीना (Antenna)
Radio Waves को Electrical Signal में और Electrical Signal को Radio Waves में बदलना। वायरलेस कम्युनिकेशन के लिए जरूरी।
क्रिस्टल ऑसिलेटर (Crystal Oscillator)
माइक्रोकंट्रोलर और कंप्यूटरों को सटीक Clock Signal (टिक) प्रदान करना। इसकी Frequency बहुत सटीक (Accurate) और स्थिर (Stable) होती है।
RF ट्रांसीवर मॉड्यूल (e.g., nRF24L01, HC-12)
वायरलेस डेटा ट्रांसमिट और रिसीव करने के लिए एक complete solution। Bluetooth, Wi-Fi से अलग लंबी दूरी के लिए।
एक ऐसा फ्यूज जो ओवरकरंट होने पर खुद ब खुद टूट जाता है और करंट सही होने पर फिर से जुड़ जाता है।
12. साउंड और ऑडियो कॉम्पोनेंट्स (Sound & Audio Components)
कॉम्पोनेंट का नाम
काम
क्रिस्टल माइक्रोफोन (Crystal Mic)
पीजोइलेक्ट्रिक प्रभाव के द्वारा आवाज को Electrical Signal में बदलना (अधिकतर पुराने devices में)।
पीजो बजर (Piezo Buzzer)
पीजोइलेक्ट्रिक प्रभाव के द्वारा Electrical Signal को कंपन और आवाज में बदलना।
नोट: इलेक्ट्रॉनिक्स एक असीमित क्षेत्र है और नए-नए कॉम्पोनेंट्स बनते रहते हैं। लेकिन, यह लिस्ट एक बहुत ही ठोस फाउंडेशन देती है। इन सभी को समझ लेना और इनके साथ काम करना ही आपको एक एक्सपर्ट बना देगा।
सबसे अच्छा तरीका: एक बेसिक किट से शुरुआत करें और हर कॉम्पोनेंट को अलग-अलग टेस्ट करके देखें कि वह कैसे काम करता है।