All Electronics Components list & Uses .

ज़रूर! इलेक्ट्रॉनिक्स के लगभग सभी मुख्य कॉम्पोनेंट्स की एक विस्तृत लिस्ट यहाँ दी गई है, जिसमें उनके काम भी बताए गए हैं।

1. बेसिक पैसिव कॉम्पोनेंट्स (Basic Passive Components)

ये कॉम्पोनेंट सर्किट में बिजली के प्रवाह को नियंत्रित करते हैं, लेकिन अपने आप कोई सिग्नल पैदा नहीं करते या बढ़ाते नहीं हैं।

कॉम्पोनेंट का नामकाम
रजिस्टर (Resistor)बिजली के प्रवाह को रोकना (Current flow को limit करना)। वोल्टेज को divide करना।
कैपेसिटर (Capacitor)बिजली को छोटे समय के लिए जमा (Store/Charge) करना। DC को रोकना और AC को गुजरने देना। फिल्टर करना।
इंडक्टर (Inductor)चुंबकीय क्षेत्र के रूप में बिजली को जमा करना। AC को रोकना और DC को गुजरने देना। फिल्टर करना।
डायोड (Diode)बिजली के प्रवाह को सिर्फ एक दिशा में होने देना (AC को DC में बदलना)।

2. सेमीकंडक्टर और एक्टिव कॉम्पोनेंट्स (Semiconductor & Active Components)

ये कॉम्पोनेंट बिजली के प्रवाह को नियंत्रित कर सकते हैं, सिग्नल को बढ़ा (Amplify) सकते हैं या स्विच के रूप में काम कर सकते हैं।

कॉम्पोनेंट का नामकाम
ट्रांजिस्टर (Transistor)सिग्नल को Amplify (बढ़ाना) करना। इलेक्ट्रॉनिक स्विच का काम करना। डिजिटल लॉजिक गेट्स बनाना।
LED (Light Emitting Diode)बिजली मिलने पर रोशनी देना।
फोटोडायोड (Photodiode)रोशनी पड़ने पर करंट प्रवाहित करना (Light को Electrical Signal में बदलना)।
LDR (Light Dependent Resistor)रोशनी के हिसाब से अपना Resistance (प्रतिरोध) बदलना।

3. इंटीग्रेटेड सर्किट (ICs – Integrated Circuits)

ये छोटे चिप्स होते हैं जिनके अंदर सैकड़ों-हजारों ट्रांजिस्टर, रजिस्टर, आदि होते हैं और ये एक complex काम करते हैं।

कॉम्पोनेंट का नामकाम
माइक्रोकंट्रोलर (Microcontroller) (e.g., Arduino, ESP32, PIC)एक छोटा कंप्यूटर चिप। इनपुट लेकर, प्रोसेस करके आउटपुट देने का काम करता है। (प्रोजेक्ट का दिमाग)
ऑपरेशनल एम्पलीफायर (Op-Amp)बहुत ज्यादा सटीकता से सिग्नल को Amplify करना, Compare करना, Mathematical Operations करना।
वोल्टेज रेगुलेटर (Voltage Regulator) (e.g., 7805, LM317)Input वोल्टेज को एक Fixed Output वोल्टेज में बदलना (जैसे 12V को 5V में)।
टाइमर IC (e.g., 555 Timer)सटीक Timing Pulses (स्पंद) Generate करना। Oscillator या Timer के रूप में काम करना।

4. इनपुट डिवाइस / सेंसर (Input Devices / Sensors)

ये कॉम्पोनेंट बाहरी दुनिया से डेटा (जैसे तापमान, प्रकाश, दबाव) लेकर उसे Electrical Signal में बदलते हैं।

कॉम्पोनेंट का नामकाम
पुश बटन / स्विच (Push Button / Switch)सर्किट का Connection manually जोड़ना या तोड़ना।
पोटेंशियोमीटर (Potentiometer)घुमाने पर Resistance manually बदलना (Volume Control की तरह)।
TMP36 / LM35 (Temperature Sensor)तापमान को Electrical Voltage में बदलना।
PIR सेंसर (PIR Sensor)Motion (गति) या Infrared Radiation (शरीर की गर्मी) का पता लगाना।
अल्ट्रासोनिक सेंसर (Ultrasonic Sensor) (e.g., HC-SR04)ध्वनि तरंगों से दूरी (Distance) मापना।
माइक्रोफोन (Microphone)आवाज (Sound) को Electrical Signal में बदलना।

5. आउटपुट डिवाइस (Output Devices)

ये कॉम्पोनेंट Electrical Signal को भौतिक रूप में (जैसे रोशनी, आवाज, गति) बदलते हैं।

कॉम्पोनेंट का नामकाम
DC मोटर (DC Motor)Electrical Energy को Mechanical Rotation (घूमने वाली गति) में बदलना।
सर्वो मोटर (Servo Motor)सटीक कोण (Angle) तक घूमना (रोबोटिक आर्म, RC कार में use)।
स्टेपर मोटर (Stepper Motor)सटीक Steps में घूमना (3D प्रिंटर, CNC मशीन में use)।
बजर (Buzzer)Electrical Signal को आवाज (Sound) में बदलना।
रिले (Relay)एक छोटे Signal के द्वारा बड़े High-Voltage/Current के सर्किट को ON/OFF करने का इलेक्ट्रॉनिक स्विच।
स्पीकर (Speaker)Electrical Signal को तेज आवाज में बदलना।

6. डिस्प्ले डिवाइस (Display Devices)

कॉम्पोनेंट का नामकाम
7-Segment Displayनंबर (Digits) दिखाना।
LCD (Liquid Crystal Display)टेक्स्ट (Text) और कस्टम करैक्टर दिखाना।
OLED DisplayHigh-Contrast इमेज, टेक्स्ट और ग्राफिक्स दिखाना।

7. कनेक्टिविटी और अन्य कॉम्पोनेंट्स (Connectivity & Other Components)

कॉम्पोनेंट का नामकाम
ब्रेडबोर्ड (Breadboard)बिना सोल्डरिंग के प्रोटोटाइप सर्किट बनाने के लिए।
PCB (Printed Circuit Board)परमानेंट सर्किट बनाने के लिए।
जम्पर वायर (Jumper Wires)ब्रेडबोर्ड पर कॉम्पोनेंट्स को जोड़ने के लिए तार।
बैटरी (Battery)सर्किट को Portable Power देना।
ट्रांसफार्मर (Transformer)AC वोल्टेज को कम या ज्यादा करना।
फ्यूज (Fuse)सर्किट को ज्यादा करंट से बचाना (Overcurrent Protection)।

यह लिस्ट इलेक्ट्रॉनिक्स के 95% से ज्यादा कॉम्पोनेंट्स को कवर करती है। हर कॉम्पोनेंट को अच्छे से समझने के लिए उसके साथ प्रैक्टिस करना जरूरी है।

बिल्कुल! ऊपर बताई गई लिस्ट काफी व्यापक है, लेकिन इलेक्ट्रॉनिक्स का दायरा बहुत बड़ा है। यहाँ कुछ और महत्वपूर्ण कॉम्पोनेंट्स और उनके काम हैं जो पहली लिस्ट में शामिल नहीं थे:

8. एडवांस्ड सेमीकंडक्टर और पावर कॉम्पोनेंट्स (Advanced Semiconductors & Power Components)

कॉम्पोनेंट का नामकाम
थाइरिस्टर (SCR – Silicon Controlled Rectifier)एक प्रकार का कंट्रोल किया जा सकने वाला डायोड। मुख्य रूप से AC पावर कंट्रोल (जैसे फैन की स्पीड, लाइट की तीव्रता) के लिए उपयोग किया जाता है।
TRIAC (TRIode for AC)AC करंट को दोनों दिशाओं में कंट्रोल करने के लिए। यह मूल रूप से दो SCR को समानांतर में जोड़ने जैसा है।
MOSFET (Metal-Oxide-Semiconductor FET)ट्रांजिस्टर का एक अत्यंत efficient प्रकार। हाई स्पीड स्विचिंग और पावर कंट्रोल के लिए उपयोग किया जाता है (जैसे SMPS, मोटर कंट्रोल)।
रेक्टिफायर ब्रिज (Bridge Rectifier)चार डायोडों का एक समूह जो AC (Alternating Current) को Full-Wave DC (Direct Current) में बदलने का सबसे efficient तरीका है।
वेरिएक्टर डायोड (Varactor Diode)एक ऐसा डायोड जो अपनी Capacitance वोल्टेज के साथ बदलता है। इसका उपयोग Voltage-Controlled Oscillators (VCO) में, जैसे रेडियो ट्यूनिंग में, होता है।
ऑप्टोकपलर (Optocoupler/Opto-isolator)एक ऐसा कॉम्पोनेंट जो Light के जरिए दो सर्किट्स को जोड़ता है, लेकिन Electrically उन्हें अलग (Isolate) रखता है। हाई वोल्टेज से लो वोल्टेज वाले सर्किट को बचाने के लिए use होता है।

9. रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) और कम्युनिकेशन कॉम्पोनेंट्स

कॉम्पोनेंट का नामकाम
एंटीना (Antenna)Radio Waves को Electrical Signal में और Electrical Signal को Radio Waves में बदलना। वायरलेस कम्युनिकेशन के लिए जरूरी।
क्रिस्टल ऑसिलेटर (Crystal Oscillator)माइक्रोकंट्रोलर और कंप्यूटरों को सटीक Clock Signal (टिक) प्रदान करना। इसकी Frequency बहुत सटीक (Accurate) और स्थिर (Stable) होती है।
RF ट्रांसीवर मॉड्यूल (e.g., nRF24L01, HC-12)वायरलेस डेटा ट्रांसमिट और रिसीव करने के लिए एक complete solution। Bluetooth, Wi-Fi से अलग लंबी दूरी के लिए।

10. इलेक्ट्रोमैकेनिकल कॉम्पोनेंट्स (Electromechanical Components)

ये कॉम्पोनेंट Electrical Energy को Mechanical Movement में या इसके उल्टे बदलते हैं।

कॉम्पोनेंट का नामकाम
रीड स्विच (Reed Switch)चुंबकीय क्षेत्र के पास आने पर ON/OFF होने वाला स्विच। डोर/विंडो सेंसर, स्पीड सेंसर में use होता है।
सोलेनोइड (Solenoid)Electrical Current देने पर Linear (सीधी रेखा में) चलने वाला actuator। ताला खोलने, वाल्व कंट्रोल करने में use।
वाइब्रेशन मोटर (Vibration Motor)मोबाइल फोन में लगा छोटा मोटर जो घूमकर कंपन पैदा करता है।

11. प्रोटेक्शन और सुरक्षा कॉम्पोनेंट्स (Protection & Safety Components)

कॉम्पोनेंट का नामकाम
वैरिस्टर (Varistor/MOV – Metal Oxide Varistor)सर्किट को High Voltage Spikes (जैसे बिजली के झटके) से बचाना।
TVS डायोड (Transient Voltage Suppression Diode)वैरिस्टर से भी तेज और सटीक तरीके से Voltage Spikes को Suppress करना।
पॉलीस्विच / स्व-पुनर्स्थापित फ्यूज (Resettable Fuse/PPTC)एक ऐसा फ्यूज जो ओवरकरंट होने पर खुद ब खुद टूट जाता है और करंट सही होने पर फिर से जुड़ जाता है।

12. साउंड और ऑडियो कॉम्पोनेंट्स (Sound & Audio Components)

कॉम्पोनेंट का नामकाम
क्रिस्टल माइक्रोफोन (Crystal Mic)पीजोइलेक्ट्रिक प्रभाव के द्वारा आवाज को Electrical Signal में बदलना (अधिकतर पुराने devices में)।
पीजो बजर (Piezo Buzzer)पीजोइलेक्ट्रिक प्रभाव के द्वारा Electrical Signal को कंपन और आवाज में बदलना।

नोट: इलेक्ट्रॉनिक्स एक असीमित क्षेत्र है और नए-नए कॉम्पोनेंट्स बनते रहते हैं। लेकिन, यह लिस्ट एक बहुत ही ठोस फाउंडेशन देती है। इन सभी को समझ लेना और इनके साथ काम करना ही आपको एक एक्सपर्ट बना देगा।

सबसे अच्छा तरीका: एक बेसिक किट से शुरुआत करें और हर कॉम्पोनेंट को अलग-अलग टेस्ट करके देखें कि वह कैसे काम करता है।

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